इस पल का आनंद लेते हुए, यह जोड़ा कामुक सुखों में लिप्त है। उनके शरीर आपस में जुड़ते हैं, परमानंद में खो जाते हैं, प्रत्येक स्पर्श इच्छा की चिंगारी भड़काता है। उनकी आपसी संतुष्टि एक साझा चरमसुख में समाप्त होती है, जिससे वे दोनों पूरी तरह से संतुष्ट और संतुष्ट होते हैं।